hit and run new law:2024

hit and run new law:2024 भारत देश में जो पुराने हिट एंड रन से सम्बंधित कानून थे उनमे काफी बदलाव किये गए है और हिट एंड रन के लिए 2024 में नए प्रावधान बनाये गए ।

 

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hit and run  law  क्या जरुरत है ?

जो कोई अपनी गाड़ी चलता है उसके लिए सरकार द्वारा कुछ रूल्स होते है और उन्ही रूल्स के तहत गाडी चलाई जाती है । बहुत सारे लोग होते है जो नियमो का पालन करते है परन्तु कुछ लोग ऐसे भी होते है जो नियमो का पालन नहीं करते है और अपनी मर्ज़ी से नियमो को तोड़ देते है जो की कानून की नज़र में अपराध की श्रेणी में आता है । और ऐसे लोगो की हरकतों की वजह से आम जनता मुसीबत में पड़ जाती है । और कई बार ऐसा होता है की बेवजह ही लोगो की जान तक चली जाती है । इसीलिए जनता की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार के द्वारा किसी भी वहां को चलाने के लिए कुछ रूल्स बनाये गए है जिनका पालन न किये जाने पर ड्राइवर को अपराधी मानकर सजा दी जाती है ।

hit and run law क्या था ?

हिट एंड रन का अर्थ है मारो और भागो । यदि किसी एक्सीडेंट के बाद वाहन का ड्राइवर वाहन को लेकर मौके से भाग जाता है तो इसका अर्थ है मारो और भागो । अगर  कोई  ड्राइवर खुद के अपनेन से किसी का एक्सीडेंट करके अपना वाहन लेकर भाग जाता है तो ऐसे मामले हिट एंड रन की श्रेणी में आते है । पहले हिट एंड रन के कानून के अनुसार ड्राइवर को जमानत मिल जाती थी और सजा के प्रावधान भी अधिकतम 2 साल की जेल तक था । हालांकि बहुत मामलों में ड्राइवर के द्वारा एक्सीडेंट होने पर ड्राइवर घायलों की मदद भी करते थे परन्तु ऐसा काम ही देखने को मिलता था ज्यादात्तर मामलो में ड्राइवर एक्सीडेंट के बाद फरार हो जाता था जिस कारन पीड़ित की मृत्यु तक होजाती है क्युकी समय पर उसे अस्पताल नहीं पहुंचाया जाता था । इसी कारण से हिट एंड रन के कानून को सख्त बनाया गया है और इसमें नए प्रावधान लाये गए है ।

hit and run new law  क्या है ?

हिट एंड रन के नए कानून के अनुसार अब कोई भी ड्राइवर जिसके द्वारा उसके वाहन से किसी का एक्सीडेंट हो गया है । अगर ऐसा ड्राइवर पुलिस को सूचना दिए बिना मौके से फरार हो जाता है तो पकडे जाने पर उसे 10 साल की सजा और 7 लाख तक का जुर्माना भी लगाया जा सकता है । अब इस कानून को बहुत ही सख्त बना दिया गया है ताकि एक्सीडेंट के बाद ड्राइवर भागने की बजाय पुलिस को इसकी सूचना दे ताकि पीड़ित व्यक्ति को टाइम पर अस्पताल ले जाकर उसकी जान बचाई जा सके । हालांकि की इस कानून का पुरे देश भर में बहुत विरोध हुआ था । सभी ड्राइवर ने मिलकर हड़ताल भी की लेकिन फिर भी इस कानून को सख्त रखा गया क्युकी आंकड़ों के मुताबिक देश में हर साल हिट एंड रन के मामलो में 50 हज़ार लोगो की मौत इसी वजह से हो जाती है ।

hit and run  law में कौनसी धारा लगती है ?

काफी समय से भारत हिट एंड रन की समस्याओ से जूझ रहा है इसके परिणाम बहुत ही भयावक होते जा रहे है । इसके लिए प्रावधान पहले आई पी सी की धारा 304 A  ( लापरवाही  से मौत का कारण ) में थे जिसमे ड्राइवर द्वारा एक्सीडेंट हो जाने पर ड्राइवर के भाग जाने पर 2 साल की जेल या जुर्माना या दोनों के प्रावधान थे । भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों में कमी के कारण हिट एंड रन से होने वाली घटनाओ और मौतो में वृद्धि होती जा रही थी ।                                                                                    नए  कानून के अनुसार  BNS की धारा 106(2) हिट एंड रन के कानून की शुरुआती कमियों को दूर करने का प्रयास करती है अब इस धारा में दिए गए कानून ही हिट एंड रन के मामले में लागु होंगे । इसके अनुसार हिट एंड रन के मामलो को अब गैर जमानतीय बना दिया गया और सजा के प्रावधान भी बढ़ा दिए गए है ।

hit and run new law में ड्राइवर को क्या सजा होगी ?

हिट एंड रन के पुराने कानून के अनुसार ऐसे मामलो में सिर्फ 2 साल तक की सजा या जुर्माना के प्रावधान थे । जिससे हिट एंड रन के मामले बढ़ते जा रहे थे और ड्राइवर भी लापरवाही करते जारहे थे । परन्तु अब नए कानून के अनुसार हिट एंड रन के मामलो में सख्त कानून बना दिया गया है जिसके अनुसार अगर ड्राइवर अपने वाहन से किसी का एक्सीडेंट करके बिना पुलिस को सूचना दिए वहां से भाग जाता है तो ऐसे ड्राइवर को 10 साल की जेल और 7 लाख तक का जुर्माना भी हो सकता है ।

hit and run new law  का ड्राइवर क्यों कर रहे है विरोध ?

वैसे देखा जाये तो पहले लॉ में हिट एंड रन के मामले में बहुत सख्त प्रावधान नहीं होने की वजह से दुर्घटनाओं में काफी वृद्धि होती जारही थी जगा जगह एक्सीडेंट की खबर सुनने को मिल ही जाती थी साथ में पीड़ित पक्षकार की मृत्यु तक भी हो जाती थी इसीलिए इस कानून को सख्त बनान पड़ा किन्तु देश के सभी ड्राइवर इस नए कानून से नाराज है उनका कहना ये है की 30 % ड्राइवर ही ऐसी होते है जो ऐसे लापरवाही से एक्सीडेंट करके भाग जाते है और बाकि ड्राइवर ऐसे नहीं होते है । अगर सामने वाले की गलती से एक्सीडेंट हो जाता है तो भी ड्राइवर को सजा मिलेगी तो उनके परिवार कैसे चलेंगे । हर एक ड्राइवर का कहना है की उनके पास 7 लाख तक का जुर्माना भरने के पैसे होते तो वो किसी का वाहन ही क्यों चलाएंगे । कुछ भी कहो देश के सभी ड्राइवर आज भी इस सख्त कानून से बिकुल भी खुश नहीं है ।

निष्कर्ष : भारत देश में आये दिन एक्सीडेंट के मामले बढ़ते ही जा रहे है जिसके कारण एक्सीडेंट से होने वाली मृत्यु दर में बढ़ोत्तरी होती जा रही । एक्सीडेंट से होने वाली मृत्यु पर काबू पा सके इसीलिए सरकार द्वारा नए कानून के प्रावधान लाये गए है ताकि वाहन चलाने वाले ऐसी लापरवाही न करे और वाहन चलने वाले में सजा का डर रहे।

 

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